पुस्तकों का प्रकाशन विवरण
- लेखकों के पत्र
- कहानी
- तीसरी बीवी
- कला बाज़ार
- दी हुई नींद
- वह हथेली
- अनचाहे दरवाज़े पर
- आवारा हवाओं के ख़िलाफ चुपचाप
- सरापता हूं
- भग्न नीड़ के आर पार
- एक अदहन हमारे अन्दर
- खुशी ठहरती है कितनी देर
- मनुष्य और मत्स्यकन्या
- बीसवीं सदी की आख़िरी दहाई
- कुछ दुःख, कुछ चुप्पियां
- टिप टिप बरसा पानी
- मुझे विपुला नहीं बनना
- ज़रा सा नास्टेल्जिया
- कालजयी कहानियांः ममता कालिया
- कालजयी कहानियांः मृदुला गर्ग
12/17/2023
कविताओं ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया
कोलकाता: भारतीय भाषा परिषद एवं वाराही के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कवि- सम्मेलन में अपनी कविताओं से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अध्यक्षता वरिष्ठ उपन्यासकार व परिषद की अध्यक्ष डॉ.कुसुम खेमानी ने किया। परिषद के सभागार में डॉ.अभिज्ञात, सेराज खान बातिश, जितेन्द्र जितांशु, आनंद गुप्ता, नीता अनामिका, डॉ.मनोज मिश्र, घुंघरू परमार, रामाकान्त सिन्हा, प्रणति ठाकुर ने अपनी कविताएं सुनाईं। कार्यक्रम का संचालन वाराही की अध्यक्ष नीता अनामिका ने और धन्यवाद ज्ञापन भारतीय भाषा परिषद के निदेशक डॉ.शंभुनाथ ने किया।
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