
कोलकाताः आज की दोपहर दिलचस्प और महत्वपूर्ण रही। जयपुर के पत्रकार मित्र डॉ.दुष्यंत ने 102 साल के उस्ताद अब्दुल राशिद खान पर एक राइटअप मांगा सो इसी बहाने अकबर के नौ रत्नों में से एक तानसेन की 24 पीढ़ी के इस गायक से मुलाकात हुई। संगीत रिसर्च एकेडमी के इस संगीत गुरु से सवा घंटे की मुलाकात यादगार रही। जिसने भी सुना है वह जानता है कि ग्लालियर घराने के इस गायक का जादू सिर चढ़कर बोलता है। जानकर हैरत होती है कि दो हजार से अधिक बंदिशें उन्होंने खुद लिखी हैं उनकी धुन भी तैयार की है, जिनकी रिकार्डिंग की जा चुकी है।।
1 टिप्पणी:
ऐसे समर्पित कला साधक को नमन !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
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