पुस्तकों का प्रकाशन विवरण
- लेखकों के पत्र
- कहानी
- तीसरी बीवी
- कला बाज़ार
- दी हुई नींद
- वह हथेली
- अनचाहे दरवाज़े पर
- आवारा हवाओं के ख़िलाफ चुपचाप
- सरापता हूं
- भग्न नीड़ के आर पार
- एक अदहन हमारे अन्दर
- खुशी ठहरती है कितनी देर
- मनुष्य और मत्स्यकन्या
- बीसवीं सदी की आख़िरी दहाई
- कुछ दुःख, कुछ चुप्पियां
- टिप टिप बरसा पानी
- मुझे विपुला नहीं बनना
- ज़रा सा नास्टेल्जिया
- कालजयी कहानियांः ममता कालिया
- कालजयी कहानियांः मृदुला गर्ग
5/11/2009
सईद मलीहाबादी, अभिज्ञात और स्वर्ण ओबराय को कौमी एकता अवार्ड
साभारःभड़ास४ मीडिया डाट काम
साभारःप्रभासाक्षी डाट काम
क्या है आल इंडिया कौमी एकता मंच
कोलकाताः आल इंडिया कौमी एकता मंच की ओर से 9 मई शनिवार की देर शाम स्थानीय कला मंदिर सभागार में पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उर्दू दैनिक आज़ाद हिन्द के सम्पादक सईद मलीहाबादी, साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए अभिज्ञात और कैंसर चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए इंडियन कैंसर सोसाइटी की चेयरपर्सन स्वर्ण ओबराय को कौमी एकता अवार्ड प्रदान किया गया। हालांकि सईद कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाये। अभिज्ञात को प्रख्यात उर्दू साहित्यकार डॉ.लुत्फुर रहमान और ओबराय को ओएनजीसी-राजामुंदरी के कार्यकारी निदेशक आफताब अहमद खान ने स्मृति फलक, मानपत्र, शाल व गुलदस्ता प्रदान कर सम्मानित किया। स्वतंत्रता सेनानी सुरेश चंद्र मैत्र और गुरुदास गाइन को भी इस समारोह में संवर्ध्दना दी गयी।
इस अवसर पर आयोजित अखिल भारतीय मुशायरा और कवि सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से आये नामचीन रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से लोगों का मन मोह लिया जिसमें डॉ.कलीम कैसर (बलरामपुर), डॉ.सुरेश (लखनऊ), दिनेश दर्पण (इंदौर), तश्ना आज़मी (आज़मगढ़), सुनील कुमार तंग (सिवान), श्यामा सिंह सबा (रायबरेली), ताकीर ग़ज़ल, शिखा गाजीपुरी, नईम अख़्तर खादिमी (बुरहानपुर), कुसुम जैन और जयकुमार रुसवा (कोलकाता) प्रमुख थे। आल इंडिया कौमी एकता मंच के महासचिव आफताब अहमद खान ने आरम्भ में संस्था के कार्यों का परिचय देते हुए बताया कि उसने साम्प्रदायिक सद्भवाना और राष्ट्रीय एकता से जुड़े सेमिनारों, जरूरतमंद लोगों की चिकित्सा सुविधा एवं गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान किया है।
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