पुस्तकों का प्रकाशन विवरण
- लेखकों के पत्र
- कहानी
- तीसरी बीवी
- कला बाज़ार
- दी हुई नींद
- वह हथेली
- अनचाहे दरवाज़े पर
- आवारा हवाओं के ख़िलाफ चुपचाप
- सरापता हूं
- भग्न नीड़ के आर पार
- एक अदहन हमारे अन्दर
- खुशी ठहरती है कितनी देर
- मनुष्य और मत्स्यकन्या
- बीसवीं सदी की आख़िरी दहाई
- कुछ दुःख, कुछ चुप्पियां
- टिप टिप बरसा पानी
- मुझे विपुला नहीं बनना
- ज़रा सा नास्टेल्जिया
- कालजयी कहानियांः ममता कालिया
- कालजयी कहानियांः मृदुला गर्ग
6/24/2012
नशाखोरी के खिलाफ जागरुकता अभियान
कोलकाताः कोलकाता पुलिस की ओर से नशाखोरी के खिलाफ चलाये जा रहे जागरुकता अभियान से जुड़े कार्यक्रम के तहत 24 जून 2012 को सियालदह स्टेशन के सामने जनसभा में डॉ.देवेन्द्र पाण्डेय, डॉ.अभिज्ञात, अजीज अहमद, डॉ.नरेंद्र पाण्डेय ने सम्बोधित किया और कहा कि नशे के आदी व्यक्ति को केवल उपचार नहीं बल्कि सहानुभूति की भी आवश्यकता होती है। दोस्तों व परिजनों को नशे के आदी व्यक्ति को नशे से बाहर निकलने में सहानुभूति के साथ मदद करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर बाल जादूगर युगांत पांडेय ने अपने जादू से लोगों का मन मोहा। सुपरिचित रंगकर्मी हैदर अली के निर्देशन में नशाखोरी पर केन्द्रीत नाटक 'जिन्दगी जिन्दगी' का मंचन भी किया गया। इस कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्था निर्माण ने भी सहयोग किया।
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