दुश्मन के लहू से लिखने को इक और कहानी है !
खुद अपनी शहादत देने को तैयार जवानी है!!
मांओं ने कहा अब भारत मां का कर्ज़ चुकाना है
बहनों ने कहा अब राखी का ही पर्व मनाना है कर्तव्य की अब वेदी के लिए मस्तक बलिदानी है !!
सिक्किम से कश्मीर तलक साजिश फैली मक्कारों की !
सीमा पार पे डेरा डाले आतंकी हत्यारों की !
अब उनको मिटाकर दम लेंगे ये दिल में ठानी है !!
यह देश जहां पर राणा की तलवार नहीं बिकती!
जहां लक्ष्मीबाई गोरों के आगे भी नहीं झुकती !
उस देश को आंखें दिखलाना बिल्कुल नादानी है !!
हम जानते हैं शमशीर से कैसे नक्शा बनता है!
कायर बैरी की करतूतों का तमाशा बनता है!
हम बाघ पालने वालों की दुनिया दीवानी है !!
किसकी कितनी है दुनिया में औकात दिखानी है !!
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